नई दिल्ली। भारत और कनाडा में खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर विवाद जारी है. इस बीच कनाडा ने भारत में काम कर रहे ज्यादातर डिप्लोमैट (राजनयिकों) को कुआलालम्पुर (मलेशिया की राजधानी) और सिंगापुर भेज दिया है. कनाडा ने ये कदम ऐसे समय पर उठाया जब भारत लगातार दोनों देशों के बीच राजनयिकों की संतुलन की बात कह रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को ही कहा था, ”भारत में कनाडा के ज्यादा डिप्लोमैट है. ऐसे में सतुंलन बनाने की जरूरत है. ये लोग हमारे आंतरिक मामलों में भी दखल देते हैं. हम इसको लेकर कनाडा से चर्चा कर रहे हैं.”भारत सरकार ने ओटावा को कनाडाई राजनयिकों की उपस्थिति कम करने के लिए 10 अक्टूबर तक का समय दिया है. उसका कहना है कि नई दिल्ली में राजनयिकों की संख्या कनाडा में भारत के राजनयिकों की संख्या के समान होनी चाहिए. पहले की कई रिपोर्ट में कहा गया कि इन राजनयिकों की संख्या 41 है. खबर में कहा गया है, ‘‘दिल्ली के बाहर भारत में काम कर रहे अधिकांश कनाडाई राजनयिकों को कुआलालम्पुर या सिंगापुर भेजा गया है.’’