मुंबई। महाराष्ट्र बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे ने राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी है। मंगलवार को उन्होंने कहा है कि वो अब एक्टिव पॉलिटिक्स से हट रहे हैं, क्योंकि इसमें उनका मन नहीं लग रहा है।नीलेश राणे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसके बारे में पोस्ट करते लिखा। उन्होंने कहा कि मैं अब राजनीति से रिटायरमेंट ले रहा हूं। राजनीति में मेरा मन नहीं लग रहा है। सन्यास लेने की और कोई दूसरी वजह नहीं है। नीलेश ने कहा कि साल 2019-20 के दौरान मुझे लोगों से बहुत प्यार मिला। इसके लिए मैं आभारी हूं। खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे बीजेपी जैसे संगठन में काम करने का मौका मिला। मैंने राजनीति में बहुत कुछ सीखा है। कुछ साथी हमेशा के लिए एक परिवार बन गए हैं, मैं जीवन में हमेशा उनका ऋणी रहूंगा। राणे का कहना है कि चुनाव लड़ने में अब मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है। आलोचक हमेशा आलोचना करेंगे, लेकिन वह अपना और दूसरों का समय बर्बाद नहीं करना चाहते। अनजाने में जिन लोगों को ठेस पहुंची हो उनसे क्षमा चाहता हूं। नीलेश राणे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और और वर्तमान में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नारायण राणे के बड़े बेटे हैं। राणे के छोटे भाई नितेश राणे महाराष्ट्र के कंकवली से विधायक हैं। नीलेश राणे साल 2009 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) से महाराष्ट्र के रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे।
16वीं लोकसभा चुनाव में भी राणे ने चुनाव लड़ा था लेकिन वे शिवसेना के उम्मीदवार विनायक राउत से हार गए। इसके बाद वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे।