मुंबई । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि मराठों के कुनबी पूर्वजों के रिकॉर्ड ट्रेस करने का कैंपेन जो फिलहाल मराठवाड़ा में चल रहा है। उसे पूरे महाराष्ट्र में चलाया जाएगा।शिंदे ने शुक्रवार (3 नवंबर) को मुंबई में कमिश्नर और कलेक्टरों की मीटिंग में यह निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कुनबी रिकॉर्ड ट्रेसिंग को मिशन मोड में लागू किया जाना चाहिए।CM ने निर्देश दिया कि उर्दू और मोडी लिपि (जिसका उपयोग पहले मराठी लिखने में होता था) में लिखे रिकॉर्ड्स ट्रांसलेट करवाकर, उनकी जांच करवाएं और उन्हें वेबसाइट पर अपलोड करवाएं।यह फैसला मराठा रिजर्वेशन एक्टिविस्ट मनोज जारंगे की भूख हड़ताल खत्म होने के एक दिन बाद लिया गया है। गवर्नमेंट रेजोल्यूशन की कॉपी भी जरांगे को सौंप दी गई है। बैठक के बाद सीएम शिंदे ने कहा- कुनबी रिकॉर्ड की खोज के लिए मराठवाड़ा क्षेत्र में बनाई गई जस्टिस शिंदे समिति पूरे राज्य के लिए काम करेगी। इसकी निगरानी के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव रैंक के एक अधिकारी को नियुक्त किया गया है।इसके बाद मुख्यमंत्री ने छत्रपति संभाजीनगर के संभागीय आयुक्त को पूरे राज्य के कमिश्नरों और कलेक्टरों की वर्कशॉप रखने और शिंदे समिति के कामकाज के बारे में जानकारी देने के निर्देश जारी किए।CM शिंदे ने कलेक्टरों से जरूरी सूचनाएं एक महीने अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। ताकि पिछड़ा वर्ग आयोग को समुदाय का डेटा एकत्र करने में आसानी हो। हालांकि, भूख हड़ताल करने वाले मनोज ने सरकार को 2 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया है। तब तक आरक्षण लागू न होने पर वे मुंबई में आंदोलन की चेतावनी दे चुके हैं।